om hlrīṁ bagalāmukhi sarvaduṣṭānāṁ vācaṁ mukhaṁ padaṁ staṁbhaya jihvāṁ kīlaya buddhiṁ vināśaya hlrīṁ om svāhā
ज्वल ज्ज्योत्स्ना रत्नाकर मणि विषक्तांघ्रि भवनं स्मरामस्तेधाम स्मरहर हरींद्रेंदु प्रमुखैः । अहोरात्रं प्रातः प्रणय नवनीयं सुविशदं परं पीताकारं परचित मणिद्वीप वसनम् ।।
With Maa Baglamukhi’s blessings, an individual witnesses development in wealth and achieves a stable state of funds in everyday life.
ॐ अग्निनैरृतिवायव्येशान्यादिदिशे नमः।
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।
The goddess Pitambara is often depicted to be a ferocious kind of Shakti. She features a golden complexion and wears yellow outfits.
The Asura asked for the Goddess’ pardon. This demonstrates that unwelcome speech is An important menace to wicked men and women. On at the present time, they pray for that paralysis with the evil’s speech and toes.
is often fixed thanks to this puja. Moreover, it really works well when somebody is falsely accused. This Puja makes certain a favourable resolution, whatever the unfavourable lawful here situation.
नकिंचित् दुर्लभं तस्य दृश्यते जगती तले । शत्रवो ग्लानिमायांति तस्य दर्शनमात्रतः ।।
In conclusion, Bagalamukhi is recognized as a scorned goddess, popular for paralyzing her enemies and defeating anyone who has wronged her by getting rid of their tongues; rendering them silent. She's a person the the 10 Mahavidyas and is also the one particular most related to magical powers and mystical strengths, which will come into Engage in when her devotees worship her within the privateness of their homes.
बिंदु त्रिकोण षट्कोणव्रत्ताष्टदलमेव च।
॥ ॐ ह्लीं बगलामुखीं सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं फट् ॥
Worshipping Baglamukhi has the solid virtue of removing the devotees’ hurdles and illusions and making a crystal clear highway to prosperity in life.
भारतीय तन्त्र-मन्त्र साहित्य अपने आप में अद्भुत, आश्चर्यजनक एवं रहस्यमय रहा है। ज्यों-ज्यों हम इसके रहस्य के मूल में जाते हैं, त्यों-त्यों हमें विलक्षण अनुभव होते हैं। इस साहित्य में कुछ तन्त्र-मन्त्र तो इतने समर्थ, बलशाली एवं शीघ्र फलदायी हैं कि चकित रह जाना पड़ता है। ऐसे ही यंत्रों में एक यन्त्र है- बगलामुखी यन्त्र जो किसी भी प्रचंड तूफ़ान से भी टक्कर लेने में समर्थ है। शत्रुओं पर हावी होने, बलवान शत्रुओं का मान-मर्दन करने, भूतप्रेतादि को दूर करने, हारते हुए मुक़दमों में सफलता पाने एवं समस्त प्रकार से उन्नति करने में बगलामुखी यन्त्र श्रेष्ठतम माना जाता है। जिसके पास यह यन्त्र होता है उस पर किया गया तान्त्रिक प्रभाव निष्फल रहता है।